सोमवार, 15 फ़रवरी 2010
मां के कर्मो की सजा....
...पागल सांड-फ्लू!!!
इस लिए कहते हैं ...कब्ज़ा साचा !!
सपोलों को दूध पिलाते हुए!!
सरकारी काम तो ऐसे ही होते हैं !
यही होगा जब अधिकारी होंगे सुस्त !
ज्यादा खाओगे पियोगे होंगे खराब...!
भाई ! सब की यही हालत हैं !
गिरता खंडहर....!
तीन धार....
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